, *रुबेला टीका व फलेरिया में आंगनवाड़ियों दवरा किये गए कार्यो का नही हुआ भुगतान*
*रुबेला टीका के वर्षों का भुगतान अधर में ,आंगनवाड़ियों के खाते होना था भुगतान*
*महीनों कार्य करने के बाद भी नही हुआ भुगतान, जानकारी देने से कतरा रहे है अधिकारी*
*शाहगंज विकासखंड में 347 आंगनबाड़ी कार्यकत्री*
*मामला जौनपुर जिले का प्राथमिक स्वास्थ केंद्र सोंधी का लाखो का है गोलमाल*
* आंगनबाड़ियों के वर्षों से लटके भुगतान का मामला आई जी आर एस पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी सोंधी ने दिया जवाब,आगनवाड़ी के खाते उपलब्ध नही होने पर पैसा नही दिया गया*
*आंगनवाड़ियों के 2 वर्षों से ऊपर का भुगतान नही, इस लापरवाही के लिए कौन जिम्मेदार ,क्या ये उत्पीड़न नही*
शाहगंज/जौनपुर
शाहगंज तहशील के सामुदायिक स्वास्थ् केन्द्र सोंधी में आंगनवाड़ियों दवरा बताया गया कि हम लोग रुबेला टीका में 1 महीने तक टीकाकरण में अपना सहयोग दिए,साल में एक बार फाइलेरिया की ड्यूटी लगती है घर घर जाकर हम लोग दवा बाटते है जो सरकार दवरा हम लोगो को सहयोग राशि दी जाती है कई बार हम लोगो के खाते लिए गए पर पैसा नही आया एनम दवरा भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सूचना दिया गया फिर भी हम लोगों का पैसा नहीं आया हम लोग शिकायत करते हैं कोई सुनवाई नहीं होती है कई सालों का पैसा हम लोगों को नहीं दिया गया ऐसा आंगनबाड़ियों का आरोप है मेरे द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोदी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी रमेश चंद्रा से बात की गई उन्होंने कहा कि खाते में तो जाना चाहिए था जो वहां के बाबू थे उनकी गलती की वजह से नहीं जा पाया अभी फिर फाइलेरिया की ड्यूटी लगी फिर भी उसका भुगतान नहीं किया गया है क्या ऐसे जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारियों को पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए इस भ्रष्टाचार का कौन जिम्मेदार है। इस बाबत जब जनसुनवाई मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की गई तो प्रभारी चिकित्सा अधिकारी सोंधी द्वारा यह जानकारी दी गई कि आंगनबाड़ियों खाता उपलब्ध नहीं होने के कारण उनका पैसा नहीं भेजा जा रहा है मामला 2 वर्ष पहले का भी है और वर्तमान का भी भुगतान है इस संदर्भ में बाल विकास परियोजना अधिकारी शाहगंज से फोन पर बात करने पर उनके द्वारा कहा गया है कि जब जब मांगा गया तब तब आंगनबाड़ियों के खाते दिए गए हैं क्यों उसका भुगतान नहीं हो पाया है मैं उसको देखता हूं अधिकारियों की लापरवाही से 343 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का पैसा अधर में लटका हुआ है ?