हिंदुत्व भावना को आहत कर इकलौते क्षेत्रीय शव दफन स्थल का हो रहा मत्स्य पालन पट्टा
सामाजसेवी राजदेव राजभर ने प्रधान और लेखपाल पर आरोप लगाते हुए कहा ,अपने चहेतों को पट्टा देने के लिए ये सोची समझी साजिश
क्षेत्रीय जनसाधारण में व्याप्त है व्यापक आक्रोश, हासिए पर है जनहित तो वहीं उदासीन राजस्व कर्मियों की मनमानी
गांव में है कुल 20 तालाब, मात्र 3 पर हो रहा मत्स्य पालन का पट्टा
14 पड़े हैं खाली फिर भी जनविरोध के बावजूद धार्मिक भावनाओं की पराकाष्ठा पर आखिर शमशान (शव दफन स्थल) पर ही मछली पालन पट्टा की मनमानी, क्यूं ???
सैकड़ों फरियादियों की सामूहिक शिकायती निवेदन के बावजूद बेअसर जिम्मेदार ??? बड़ा सवाल!!!
समाज सेवी राजदेव राजभर ने कसी कमर, अगर नहीं हुई सुनवाई तो इस जनहित मामले में करेंगे धरना
आशुतोष श्रीवास्तव
शाहगंज जौनपुर
बेनकाब 24×7
कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत सबरहद गांव में कुल 20 भूखंड तालाब खाते में दर्ज हैं। जिसमें से गाटा संख्या 319 जो भले ही राजस्व अभिलेखों में तालाब खाते में दर्ज है, लेकिन सैकड़ों वर्षो से क्षेत्र के हिंदू वर्ग के लोग वहां मृत शव को दफनाते गाड़ते चले आ रहे हैं। कागज पर तालाब तो है मगर वास्तव में एक सार्वजनिक श्मशान स्थल है। आसपास के क्षेत्रों में ग्राम समाज का यह भूखंड एक मात्र श्मशान स्थल है जहां सैकड़ों वर्षो से हिन्दू धर्म के लोग मृतकों को दफन करते रहे हैं। उक्त स्थान पर मछली पालन पट्टे की कार्यवाही की जानकारी हुई तो ग्रामीण बिचलित हो उठे।
इस बाबत ग्रामीणों का आरोप है कि सबरहद गांव में 14 तालाब ऐसे हैं जहां किसी प्रकार का कोई पट्टा नहीं किया गया है। सब पर कब्जा है भूखण्ड संखया 319 एक मात्र स्थान है जहां सैकड़ों वर्षो से हिंदू वर्ग मृत शव को दफन करता चला आ रहा है। धार्मिक भावनाओं का केंद्र बन चुके इस श्मशान पर मछली पालन का पट्टा जनहित की भावनाओं से खिलवाड़ है। लिहाजा आम जनमानस में गाटा संख्या 319 पर मत्स्य पालन को लेकर व्यापक विरोध और आक्रोश व्याप्त है।
प्रकरण में गांव के राजदेव राजभर के नेतृत्व में मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण उप जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दे उन्हें इस समस्या से अवगत कराया है। उप जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने इस बाबत ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा की प्रश्नगत भूखंड के पट्टे की कार्यवाही को स्थगित कर विभागीय जांच करवाई जाएगी। जनहित को ध्यान में रखते हुए आगे की कार्यवाही सुनिश्चित होगी। बतादें कि समाज सेवी राजदेव राजभर ने प्रकरण में संतोषजनक कार्यवाही न होने की स्थिति में व्यापक विरोध प्रदर्शन और धरना देने की बाध्यता जताई है।
इस दौरान मुख्य रूप से रामअचल मौर्य, प्यारे लाल राजभर ,राम अजोर गौतम, रामबचन गौतम ,बबलू श्रीवास्तव ,संदीप कुमार मौर्य, नागेश चंद्र ,संदीप सोनी ,सुरेश चंद्र राजभर, संदीप कुमार राजभर, सरसती देवी ,प्यारी देवी, बच्चू लाल ,रमेश ,रामपलट मोरिया ,प्रवेश कुमार राजकुमार ,रामाश्रय, ममता देवी, बृजलाल ,आदि लोग उपस्थित रहे।